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Monday, June 30, 2025

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बीड़ जिले में बढ़ते अपराध: सांसद बजरंग सोनवणे ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से की मुलाकात

बीड़ (तामीर न्यूज): बीड़ जिले में हत्या, अपहरण और अवैध गतिविधियों जैसे अपराधों में तेजी से वृद्धि हो रही है। पुलिस पर आरोप है कि वह निष्पक्ष कार्रवाई करने के बजाय राजनीतिक दबाव में काम कर रही है, जिससे अपराध दर बढ़ती जा रही है। इस बिगड़ती स्थिति पर नियंत्रण पाने, अपराधों में कमी लाने और अपहरण के मामलों की सीबीआई जांच की मांग को लेकर सांसद बजरंग सोनवणे ने केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की। बैठक के दौरान अमित शाह ने इन मुद्दों पर ठोस कार्रवाई का आश्वासन दिया।

11 दिसंबर को सांसद बजरंग सोनवणे ने दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात की और बीड़ जिले में कानून व्यवस्था की बिगड़ती स्थिति को लेकर एक पत्र सौंपा। पत्र में कहा गया कि पिछले पांच से छह वर्षों में जिले की सुरक्षा व्यवस्था बेहद खराब हो गई है। गैर-सरकारी तत्वों के हस्तक्षेप के कारण पुलिस एक कठपुतली बन गई है और निष्पक्षता से काम नहीं कर रही है। इसका नतीजा यह हुआ है कि रेत माफिया, भूमि माफिया, गुटखा का अवैध व्यापार, रंगदारी, हत्या और अवैध हथियारों की तस्करी जैसे अपराध बढ़ गए हैं।

उदाहरण के तौर पर, परली में अमोल दुबे का अपहरण कर उनसे फिरौती ली गई और फिर उन्हें रात के अंधेरे में घाटी में छोड़ दिया गया। इसी तरह, मसाजोग के सरपंच संतोष देशमुख को रंगदारी का विरोध करने पर अपहरण कर हत्या कर दी गई। जब संतोष देशमुख के अपहरण की खबर मिली, तो मैंने जिला पुलिस अधीक्षक अविनाश बारगल से कई बार फोन और संदेश के जरिए संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। इस बीच संतोष देशमुख की मौत हो गई। अगर पुलिस अधीक्षक उपलब्ध होते, तो शायद उनकी जान बचाई जा सकती थी, जिससे इस मामले में उनकी भूमिका पर सवाल खड़े होते हैं।

बीड़ जिले में पुलिस द्वारा झूठे मुकदमे दर्ज करना और वास्तविक अपराधों को नजरअंदाज करना एक आम बात बन गई है। इस वजह से कानून लागू करना लगभग असंभव हो गया है। उदाहरण के तौर पर, पाटोदा पंचायत समिति के पूर्व अध्यक्ष गोवर्धन सनप दो दिनों तक लापता रहे। गांववालों ने उनकी तलाश की, लेकिन दो दिन बाद उनका शव खेत में मिला। पुलिस ने उनकी मौत की कोई स्पष्ट वजह नहीं बताई, जिससे संदेह और गहरा गया।

पत्र में इन अपहरण के मामलों की सीबीआई जांच की मांग की गई। इसके अलावा, जिले की पुलिस को लेकर आम जनता के बीच बढ़ रहे अविश्वास को भी उजागर किया गया। पत्र में यह सुझाव दिया गया कि बीड़ जिले में केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों की एक विशेष टीम भेजी जाए, ताकि निष्पक्ष कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके। इससे यह सुनिश्चित होगा कि पुलिस आईपीसी की धाराओं का दुरुपयोग न करे और किसी के दबाव में काम न करे। इसके अलावा, पवन चक्की कंपनियों द्वारा अपराध बढ़ाने के मुद्दे को भी हल किया जाए और उन कंपनियों पर मामले दर्ज किए जाएं, जो आपराधिक तत्वों का इस्तेमाल कर रही हैं।

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने इन मुद्दों पर तुरंत और निर्णायक कार्रवाई का आश्वासन दिया।

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